कंप्यूटर के विकास का यह सफर काफी मुस्किलो भरा रहा हैं आज मैं आपको बताने जा रहा हु कि आज हम जो कंप्यूटर उपयोग करते है उसका विकास कैसे हुवा?
आप कंप्यूटर के विकास (Evolution of computer in Hindi) के बारे में जनाने के लिए इस वीडियो को भी देख सकते है | अगर ये नहीं देखना तो आगे पढ़ते रहिये, आगे आपको History of Computer की पूरी जानकारी हो जाएगी |
Contents hideआइए अब हम इन सभी के बारे में विस्तार से जानते है कि ये मशीन क्या थे, कैसे काम करते थे और इनका क्या उपयोग था |
कंप्यूटर का इतिहास अबेकस के आविष्कार के साथ शुरू हुवा | इसे पहला कंप्यूटर माना जाता हैं Abacus शब्द ग्रीक के शब्द “abax” से लिया गया हैं जिसका अर्थ हैं “Calculating Board” |
Abacus का अविष्कार 2400 BC में Babylonia में हुवा था मगर इसका उपयोग पहली बार 500 BC में चीन में हुवा | ऐसा माना जाता है कि इसका अविष्कार Tim Cranmer ने किया था | अबेकस (Abacus) का सबसे ज्यादा उपयोग चीन, जापान और रूस में किया जाता हैं |
कार्य – : Abacus एक मेकेनिकल डिवाइस है जिसका उपयोग मैथेमेटिकल कैलकुलेशन में किया जाता था | अबेकस बेसिक अरिथमेटिक ऑपरेशन कर सकता हैं यह दुनिआ का पहला कैलकुलेशन डिवाइस था |
जॉन नेपियर एक स्कॉटिस मैथेमैटिशन थे जिन्होंने नंबर से संबंधित कई खोजे की और इन्होने ही 1614 में Napier’s Bones मशीन भी बनायीं थी | इस मशीन में उन्होंने 9 अलग-अलग हाथी दाँत की पट्टी या नंबर को चिह्नित करने और विभाजित करने के लिए हड्डियों का उपयोग किया था इसलिए इस मशीन का नाम नेपियर बोन्स पड़ा |
कार्य – : नेपियर बोन्स एक तेजी से कैलकुलेशन करने वाला मशीन था इस मशीन के द्वारा गुणा , भाग, वर्ग, घन मूल निकाला जाता था |
William oughtred ने 1622 में स्लाइड रूल (Slide Rule) को बनाया था स्लाइड रूल नेपियर के लोगरिथ्म्स पर आधारित थी |
कार्य – : Slide Rule का उपयोग गुणन, विभाजन, रूट ,लॉगरिथम, त्रिकोणमिति में किया जाता था | मगर इसमें जोड़ ,घटाव नहीं किया जा सकता था |
फ्रेंच गणितज्ञ ब्लाइस पास्कल (Blaise Pascal) ने 1642 में “पास्कलाइन” बनाया था | पास्कल ने ये मशीन अपने पिता और एक कर लेखाकार की सहायता के लिए बनाया था |
ब्लाइस पास्कल ने “Pascaline” मशीन सिर्फ 19 वर्ष के आयु में बनाया था | यह लकड़ी का एक बॉक्स था जिस पर गियर और पहिए की एक श्रेणी थी जब एक पहिये को घुमाया जाता था तो वो पहिया अपने से लगे दूसरे पहिये को घूमता था |
कार्य – : Pascaline में सिर्फ जोड़, घटाव बस किया जा सकता था इस कारण से इस मशीन को एडिंग मशीन (Adding Machine) भी कहा गया | पास्कलाइन काफी महंगा मशीन था |
गॉटफ्रेड विल्हेम लिबनिट्ज (Gottfried Wilhelm Leibniz) ने 1672 में ब्लाइस पास्कल के द्वारा बनाये गए मशीन को थोड़ा और इम्प्रूव करके Stepped Reckoner को बनाया था |
कार्य – : गॉटफ्रेड विल्हेम लिबनिट्ज द्वारा बनाये गए इस मशीन से जोड़ और घटाव के साथ साथ गुना और भाग भी किया जा सकता था |
जैकर्ड लूम एक मैकेनिकल लूम (Mechinical Loom) था जिसको Joseph Marie Jacquard ने 1801 में बनाया था |
कार्य – : इस मशीन में इनपुट डिवाइस के रूप में पंच कार्ड का उपयोग होता था |
ये एक मैकेनिकल कैलकुलेटर था जिसको Thomas De Colmar ने 1820 में बनाया था ये पहला उपयोगी, विश्वसनीय और व्यावसायिक रूप से सफल कैलक्युलेटिंग मशीन थी | Arithmometer पहली ऐसी मशीन थी जिसको बड़ी मात्रा में बनाया गया था जबकि इससे पहले के मशीन को डेमो/टेस्ट के लिए सिर्फ एक या दो ही बनाया जाता था |
ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज (“Father of Modern Computer“) ने 1822 में सबसे पहले डेफरेन्स इंजन को बनाया था | ये एक मैकेनिकल कंप्यूटर था जो भांप से चलता था |
चार्ल्स बैबेज को रोजाना मैथेमेटिकल और स्टेटिस्टिक कैलकुलेशन करना पड़ता था जिसको एक व्यक्ति द्वारा किये जाने पर गलती की गुन्जाईस होती थी |
इसी को ऑटोमेटेड करने के लिए चार्ल्स बैबेज ने Difference Engine को बनाया था जिससे की कैलकुलेशन में कोई गलती न हो | मगर Charles Babbage का डेफरेन्स इंजन पैसे की कमी के चलते पूरा न हो सका |
चार्ल्स बैबेज ने ही 1834 में एनालिटिकल इंजन बनाया | जो पंच कार्ड के द्वारा निर्देशों को लेता था | इसके द्वारा जोड़, घटाव ,गुणा भाग किया जा सकता था |
एनालिटिकल इंजन दुनिया का पहला जनरल पर्पस कंप्यूटर था | एनालिटिकल इंजन में जो प्रोग्राम्स लिखा गया था उसको लेडी ऑगस्टा एडा बायरन ने लिखा था इसलिए लेडी ऑगस्टा एडा बायरन पहली कंप्यूटर प्रोग्रामर के रूप में जाना जाता हैं |
Scheutizian Calculation Engine को Pearl George Scheutiz ने 1843 में बनाया था ये चार्ल्स बैबेज के डेफरेन्स इंजन पर आधारित था |
कार्य – : Scheutizian Calculation Engine पहला प्रिंटिग कैलकुलेटर था |
अमेरिकी वैज्ञानिक हरमन होलेरिथ ने 1890 में Tabulating Machine को बनाया था जो की बिजली से चला करती थी |
कार्य – : Tabulating Machine एक इलेक्ट्रो-मैकेनिकल मशीन था | जिसका उपयोग अमेरिका की जनगणना में भी किया गया | होलेरिथ ने ही पंच कार्ड को भी बनाया था जिसको इनपुट डिवाइस के रूप में उपयोग किया जाता था |
होलेरिथ ने हॉलेरिथ की टेबिलिंग मशीन कंपनी भी शुरू की जो कि 1924 में International Business Machine (IBM) बन गई |
Harvard mark 1 को ही IBM का ASCC (Automatic Sequence Controlled Calculator ) के नाम भी जाना जाता हैं | Harvard mark 1 को Dr.Howard Aiken ने 1937-1944 के बिच में बनाया था |
Harvard mark 1 पहला इलेक्ट्रो-मैकेनिकल कैलकुलेटर था ये पंच कार्ड पर आधारित था Harvard mark 1 50 फिट लम्बा और 8 फिट ऊंचा था |
ये पहला ऐसा मशीन था जो प्रोग्रामेबल था मतलब इसमें पहले से प्रोग्राम्स डाला जा सकता था इस मशीन को कोनराड ज़ूस ने जर्मनी में 1936-1938 के बिच बनाया था | Z 1 में सभी इनपुट पंच टेप के द्वारा दिया जाता था और जो आउटपुट होता था वो भी पंच टेप के माध्यम से ही आता था |
यह पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटिंग डिवाइस था इस कंप्यूटर को प्रोफेसर जॉन अटनासॉफ और उसके स्टूडेंट क्लिफ्फोर्फ़ बेर्री ने 1939 -1942 के बिच में बनाया था |
ENIAC का फुल फॉर्म Electronic Numerical Integrator and Computer होता है ये पहला इलेक्ट्रॉनिक जनरल पर्पस कंप्यूटर था |
ENIAC 1946 में पूरा बन के तैयार हुवा इस कंप्यूटर को जॉन मौचली और जे. प्रेस्पर एकर्ट ने Moore school of engineering U.S.A. में मिलकर बनाया था | ENIAC में 18000 वैक्यूम ट्यूब का उपयोग हुवा था | इसका आकर 20*40 वर्ग फीट था |
EDVAC का अर्थ है Electronic Discrete Variable Automatic Computer | इसको वॉन न्यूमेन ने डिज़ाइन किया था |
ये पहला कंप्यूटर था जिसमे प्रोग्राम्स के साथ उसका डेटा भी स्टोर होता था इसी में बाइनरी लैंग्वेज का कांसेप्ट पहली बार उपयोग में आया था | आधुनिक कंप्यूटर के विकास में वॉन न्यूमेन ने सर्वाधिक योगदान दिया |
UNIVAC 1 (Universal Automatic Computer) पहला कमर्सिअल कंप्यूटर था जो बाजार में बिका था | UNIVAC को J. Presper Eckert और John Mauchly ने 1951 में बनाया था |
Osborne पहला पोर्टेबल कंप्यूटर था जिसको ऑसबोर्न कंप्यूटर कॉरपोरेशन ने 1981 रिलीज़ किया था |
Computer | Year | Developed By |
---|---|---|
Abacus | 2400 BC | Tim Cranmer |
Napier’s Bones | 1614 | John Napier |
Slide Rule | 1622 | William oughtred |
Pascaline | 1642 | Blaise Pascal |
Stepped Reckoner | 1672 | Gottfried Wilhelm Leibniz |
Jacquard loom | 1801 | Joseph Marie Jacquard |
Arithmometer | 1820 | Thomas De Colmar |
Difference Engine | 1822 | Charles Babbage |
Analytical Engine | 1834 | Charles Babbage |
Scheutizian Calculation Engine | 1843 | Pearl George Scheutiz |
Tabulating machine | 1890 | Herman Hollerith |
Harvard mark 1 | 1937-1944 | Dr.Howard Aiken |
Z1 | 1936-1938 | Konrad Zuse |
Atanasoff-Berry Computer | 1939 -1942 | John Vincent Atanasoff And Clifford Berry |
ENIAC | 1946 | John Mauchly And J. Presper Eckert |
EDVAC | 1949 | Von Neumann |
UNIVAC 1 | 1951 | J. Presper Eckert And John Mauchly |
Osborne 1 | 1981 | Osborne Computer Corporation |
दोस्तों आशा करता हु कि आज के इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप कंप्यूटर का इतिहास और विकास (History and Evolution of Computer in Hindi) के बारे में अच्छे से जान गए होंगे |
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Jeetu Sahu is A Web Developer | Computer Engineer | Passionate about Coding and Competitive Programming